मॉं ओ माँ....,
तेरे आँचल में वो
ख़ुशी है,
जो महलो को भी
मात दे दे।
तेरा आँचल कड़ी
धूप मे,
छांव का बादल है,
माँ तेरी छांव
में वो ममता है,
जो बिन मांगे ही
खुशियों
की बहार दे दे,
तेरी गोद सुख का
सागर है,
तेरी बाँहें नींद
की राहें है,
तेरा दामन हँसता
हुआ सावन है,
तेरा ग़ुस्सा
प्यार का हिस्सा है,
तेरी दुआ स्वर्ग
कि शीतल पवन है,
माँ तू है तो
मेरी दुनिया निराली है,
सुबह होती है ईद,
दिन में होती है
होली,
और हर रात में
होती,
मेरी दिवाली
है...।
हर बार यही लगता
है,
कि अब टूट कर
बिखर जाऊंगा,
पर मेरी मां की
दुआओं,
को ये मंज़ूर
नहीं है।
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